तरबूज खाने के नुकसान | ज़्यादा तरबूज खाने से साइड इफेक्ट्स | Side Effects of Watermelon in Hindi | Risks of Overeating Watermelon
तरबूज के इतने शौकीन हैं आप? ज़्यादा खाने के नुकसान भी जानें!
गर्मियों में लाल, रसीले तरबूज का आनंद कौन नहीं लेना चाहता! ये न सिर्फ मीठा और ठंडा होता है बल्कि शरीर को हाइड्रेट रखने में भी बहुत फायदेमंद है। तरबूज में विटामिन, मिनरल्स और लाइकोपीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि ज़्यादा तरबूज खाना सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है?
आइए जानते हैं ज़्यादा तरबूज खाने के कुछ संभावित नुकसान:
पेट की गड़बड़ी:
तरबूज में प्राकृतिक शुगर और फाइबर की मात्रा अधिक होती है। ये दोनों चीज़ें पाचन क्रिया के लिए तो अच्छी होती हैं, लेकिन संतुलन बिगड़ने पर दिक्कत हो सकती है। अचानक से बहुत ज़्यादा फाइबर का सेवन, जो अत्यधिक तरबूज खाने से हो सकता है, अपच का कारण बन सकता है। इससे दस्त, पेट फूलना, या मरोड़ जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इस समस्या से बचने के लिए संतुलित मात्रा में तरबूज का सेवन करें और साथ ही तरबूज खाने के बाद बहुत ज़्यादा पानी पीने से बचें।
शरीर में पानी की अधिकता (ओवर-हाइड्रेशन):
तरबूज में 92% पानी होता है। ये तो गर्मियों में शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए बहुत फायदेमंद है, लेकिन ज़्यादा मात्रा में सेवन से खून में इलेक्ट्रोलाइट्स का असंतुलन हो सकता है। खासकर सोडियम का लेवल कम हो सकता है। इससे सिरदर्द, थकान और मांसपेशियों में कमज़ोरी जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। गंभीर मामलों में दिमागी कार्य भी प्रभावित हो सकता है।
शुगर का लेवल बढ़ना:
भले ही तरबूज में प्राकृतिक शुगर होती है, जो परिष्कृत चीनी सेहत के लिए बेहतर मानी जाती है, लेकिन फिर भी मधुमेह (डायबिटीज़) रोगियों को इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। तरबूज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) भी अपेक्षाकृत ज़्यादा होता है, जिसका मतलब है कि यह रक्त शर्करा के स्तर को जल्दी बढ़ा सकता है। इसलिए, डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही तरबूज का सेवन करें।
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जो लोग नियमित रूप से शराब का सेवन करते हैं, उन्हें बहुत ज़्यादा तरबूज खाने से बचना चाहिए। तरबूज में पाए जाने वाला लाइकोपीन, जो इसके लाल रंग का कारण भी है, शराब के साथ मिलकर लिवर में सूजन का कारण बन सकता है।
पोटेशियम का असंतुलन:
तरबूज पोटेशियम का एक अच्छा स्रोत होता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है। लेकिन इसकी अत्यधिक मात्रा शरीर में पोटेशियम असंतुलन पैदा कर सकती है। इससे हृदय गति असामान्य होना या मांसपेशियों में कमज़ोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
इन बातों का ध्यान रखें:
- एक बार में बहुत ज़्यादा तरबूज खाने के बजाय, पूरे दिन में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाना बेहतर है। संतुलित मात्रा, जैसे के दो-तीन स्लाइस एक बार में, फायदेमंद मानी जाती है।
- अगर आपको कोई पाचन संबंधी समस्या है, या डायबिटीज़ या हृदय रोग जैसी कोई बीमारी है, तो तरबूज खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर आपकी स्थिति को देखते हुए उचित मात्रा बता सकते हैं।
- तरबूज के साथ नमक मिलाकर खाने से भी शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती
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