ब्रेन ट्यूमर के 6 शुरुआती चेतावनी संकेत: क्या आप भी उन्हें अनदेखा कर रहे हैं? | 6 Early Warning Signs of a Brain Tumor: Are You Ignoring Them?
दिमागी ट्यूमर के 6 शुरुआती लक्षण जिनके बारे में हर किसी को पता होना चाहिए
क्या आपको कभी सुबह उठने पर ऐसा लगा है कि आपके सिर में तेज दर्द है जो दवा लेने के बाद भी कम नहीं हो रहा? या अचानक से आपका संतुलन बिगड़ गया और आप लड़खड़ाने लगे? ये कभी-कभार होने वाली परेशानियां लग सकती हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि ये दिमागी ट्यूमर के शुरुआती लक्षण भी हो सकते हैं? दिमागी ट्यूमर शुरुआत में धुंधले संकेत दे सकता है, जिन्हें हम अक्सर अनदेखा कर देते हैं. लेकिन जल्द पहचान और इलाज मायने रखता है. इसलिये आइए जानें ब्रेन ट्यूमर के कुछ ऐसे शुरुआती लक्षणों के बारे में जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
1. लगातार सिरदर्द:
तेज या चुभने वाला सिरदर्द जो दवा लेने के बाद भी कम न हो, दिमागी ट्यूमर का संकेत हो सकता है. सिरदर्द के साथ अगर उल्टी या जी मिचलाना भी हो तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें. दिमागी ट्यूमर से होने वाला सिरदर्द अक्सर सुबह के समय ज्यादा तेज होता है और धीरे-धीरे बढ़ सकता है. साथ ही, सिरदर्द के साथ साथ姿势 (ishara – posture) में बदलाव करने पर, जैसे कि झुकने या खांसने पर, ये और भी बढ़ सकता है.
2. दौरे पड़ना (Seizures):
बिना किसी स्पष्ट कारण के दौरे पड़ना दिमागी ट्यूमर का लक्षण हो सकता है. दौरे के दौरान शरीर में अकड़न, बेहोशी या असामान्य हरकतें देखने को मिल सकती हैं. पहली बार दौरे पड़ना हमेशा दिमागी ट्यूमर का संकेत नहीं होता, लेकिन अगर दौरे बार-बार पड़ रहे हों या उनका पैटर्न बदल जाए तो डॉक्टर से जांच करवाना जरूरी है.
3. संतुलन या चलने में परेशानी:
दिमागी ट्यूमर मस्तिष्क के उस हिस्से को प्रभावित कर सकता है जो संतुलन और समन्वय को नियंत्रित करता है. इस वजह से चलने में लड़खड़ाहट, चक्कर आना या गिर जाना जैसी समस्याएं हो सकती हैं. साथ ही हाथ-पैरों में कमजोरी या सुन्नपन का अनुभव भी दिमागी ट्यूमर का संकेत हो सकता है.
4. देखने में समस्या:
धुंधला दिखना, दोहरा दिखना या आंखों के सामने अंधेरे धब्बे दिखना दिमागी ट्यूमर के संकेत हो सकते हैं. दिमागी ट्यूमर रेटिना (आंख का प्रकाश संवेदी पर्दा) को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे रंगों को पहचानने में परेशानी हो सकती है. साथ ही, आंखों की गति या पलकों में कमजोरी भी दिमागी ट्यूमर का लक्षण हो सकता है.
5. बोलने या सुनने में परेशानी:
दिमागी ट्यूमर बोलने या सुनने को नियंत्रित करने वाले मस्तिष्क के क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है. इस वजह से शब्दों को घुमाना, बोलने में धीमेपन या अस्पष्टता या सुनने में कठिनाई जैसी समस्याएं हो सकती हैं. व्यक्ति को भाषण को समझने में भी परेशानी हो सकती है.
6. सोचने और समझने में परेशानी:
याददाश्त कमजोर होना, भ्रम की स्थिति, सीखने में परेशानी या व्यक्तित्व में बदलाव दिमागी ट्यूमर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं. दिमागी ट्यूमर से पीड़ित व्यक्ति को आसान कामों को करने में भी परेशानी हो सकती है, जैसे कि परिचित जगहों पर रास्ता भटक जाना या निर्णय लेने में कठिनाई होना.
ध्यान दें: उपरोक्त लक्षण अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भी हो सकते हैं. लेकिन अगर ये लक्षण लगातार बने रहें या गंभीर होते जाएं, तो डॉक्टर से परामर्श जरूरी है. जल्द निदान और इलाज से दिमागी ट्यूमर के बेहतर इलाज की संभावना बढ़ जाती है.
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