लौंग चबाएं, सेहतमंद रहें: जानिए इसके कमाल के फायदे और नुकसान | Chew Cloves, Stay Healthy: Discover Its Amazing Benefits
कभी गौर किया है कि रसोई में तड़के के लिए दालचीनी, इलायची के साथ हमेशा कुछ लौंग भी डाली जाती हैं? ये सिर्फ खुशबू बढ़ाने के लिए नहीं हैं. लौंग सदियों से आयुर्वेद में अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है.आयुर्वेद में लौंग का इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है.
आजकल की भागदौड़ में सेहत को संभालना मुश्किल है ना? परेशान मत होइए, आपके किचन में ही एक राज छिपा है. लौंग न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाती है बल्कि कई बीमारियों से भी बचाव करती है.सर्दी-जुकाम से लेकर मुंह की दुर्गंध तक, लौंग कई परेशानियों का तोड़ है. मसूदों को मजबूत बनाने और शुगर को कंट्रोल करने में भी ये फायदेमंद मानी जाती है. तो चलिए जानते हैं कि रोज लौंग चबाने के क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं.
फायदे (Benefits):
- पाचन क्रिया में सुधार : लौंग में यूगेनॉल (Eugenol) नामक तत्व पाया जाता है जो पाचन एंजाइम को बढ़ावा देता है. पाचन एंजाइम भोजन को तोड़ने में मदद करते हैं, जिससे पाचन क्रिया सुचारू रूप से चलती है और पेट की गड़बड़ी दूर रहती है.
- सांसों की बदबू दूर करना : लौंग में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करते हैं, जिससे सांसों की बदबू आने की समस्या दूर हो जाती है. लौंग मुंह में मौजूद कुछ ऐसे बैक्टीरिया को भी खत्म करती है जो मसूदों में सूजन पैदा कर सकते हैं.
- दांत दर्द से राहत : लौंग में सुन्न करने का गुण होता है जो दांत दर्द में अस्थायी रूप से राहत दिला सकता है. लौंग का इस्तेमाल दांत दर्द के घरेलू उपचार के तौर पर किया जाता रहा है, लेकिन यह किसी इलाज का विकल्प नहीं है. दांत दर्द की समस्या होने पर डॉक्टर से जरूर संपर्क करें. लौंग में यूगेनॉल नामक तत्व दर्द निवारक के रूप में भी काम करता है.
- ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल : कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि लौंग ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकती है. शोध बताते हैं कि लौंग शरीर की कोशिकाओं को शुगर को बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने में मदद करती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है. हालांकि, अभी तक इस बारे में और शोध की जरूरत है. इसके अलावा, लौंग का सेवन किसी भी दवाई का विकल्प नहीं हो सकता है, इसलिए अगर आप डायबिटीज की दवा ले रहे हैं तो लौंग का सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें.
- सर्दी-जुकाम दूर करने में मदद : लौंग में एंटी-ऑक्सिडेंट गुण होते हैं जो शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स को कम करते हैं. फ्री रेडिकल्स हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देते हैं, जिससे सर्दी-जुकाम का خطر बढ़ जाता है. लौंग का सेवन सर्दी-जुकाम से बचाव कर सकता है. इसके साथ ही लौंग बलगम को कम करने में भी मदद करती है, जिससे सर्दी-जुकाम में सांस लेने में तकलीफ कम हो सकती है.
नुकसान (Disadvantages):
- मुंह में छाले : लौंग काफी तीखी होती है, इसलिए ज्यादा मात्रा में सेवन करने से मुंह में जलन और छाले हो सकते हैं. लौंग का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए.
- पेट में जलन : लौंग की गर्मी कुछ लोगों को पेट में जलन पैदा कर सकती है. अगर आपको पहले से ही पेट में अल्सर या एसिडिटी की समस्या है, तो लौंग का सेवन कम मात्रा में करें या डॉक्टर की सलाह लें.
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं : गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिला को लौंग के इस्तेमाल से बचना चाहिए
सावधानियाँ(precautions):
- ज्यादा मात्रा में सेवन ना करें : जैसा कि हमने बताया, लौंग का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए. ज्यादा मात्रा में सेवन करने से ऊपर बताए गए नुकसानों के अलावा भी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं, जैसे मुंह का सुन्न होना, पेट दर्द, उल्टी और दस्त.
- दवाओं के साथ इंटरैक्शन : लौंग कुछ दवाओं के साथ रिएक्ट कर सकती है, जिससे दवा का असर कम हो सकता है या साइड इफेक्ट्स बढ़ सकते हैं. अगर आप कोई दवा ले रहे हैं, तो लौंग का सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें.
लौंग का सेवन कैसे करें (how to consume clove):
- आप एक दिन में एक या दो लौंग का सेवन कर सकते हैं.
- आप लौंग को सीधे चबा सकते हैं या फिर इसे पीसकर शहद के साथ मिलाकर भी खा सकते हैं.
- लौंग का काढ़ा बनाकर भी पिया जा सकता है.
कब ना करें सेवन (When not to consume):
- अगर आपको गर्मी लगती है या पेट में जलन की समस्या रहती है, तो लौंग का सेवन कम मात्रा में करें या ना करें.
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को लौंग का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए.
सलाह (Advice):
यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करता है. किसी भी तरह के उपचार या दवा का इस्तेमाल शुरू करने से पहले डॉक्टर या किसी योग्य स्वास्थ्यकर्मी की सलाह जरूर लें.
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